मुंबई इंडियंस (MI) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच हुए इस रोमांचक मुकाबले में कप्तान Rohit Sharma की एक चालाकी ने मैच का रुख ही पलट दिया। जहां उन्होंने बल्ले से 53 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं उनका आखिरी सेकंड में लिया गया DRS चर्चा का विषय बन गया।
क्या हुआ था मैदान पर?
मैच के दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर जब फजलहक फारूकी की गेंद Rohit Sharma के बैकफुट पर लगी, तो अंपायर ने उन्हें Out करार दे दिया। उस वक्त रोहित की बॉडी लैंग्वेज भी खास आत्मविश्वास से भरी नहीं थी।
लेकिन तभी विकेटकीपर रेयान रिकेल्टन ने उनसे बात की और आखिरी सेकंड में रोहित ने DRS के लिए इशारा कर दिया।
विवाद की जड़ – DRS का टाइमर तब तक खत्म हो चुका था, लेकिन अंपायर ने इसे मान लिया और थर्ड अंपायर को रेफर कर दिया।
DRS से बचे और फिर मारी फिफ्टी
थर्ड अंपायर की जांच में साफ हुआ कि गेंद लेग स्टंप के बाहर जा रही थी, जिसके कारण रोहित NOT OUT करार दिए गए। इसके बाद उन्होंने जबरदस्त बल्लेबाज़ी करते हुए 9 चौकों की मदद से 53 रन बनाए।
SOCIAL MEDIA पर छिड़ी बहस
फैसले के बाद सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंट गया:
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कुछ फैंस ने इसे “भाग्यशाली DRS” करार दिया।
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वहीं कुछ ने अंपायरिंग को लेकर सवाल उठाए कि नियम सबके लिए समान होने चाहिए।
मुंबई इंडियंस (MI) का धमाकेदार स्कोर
रोहित और रिकेल्टन की तेज़ शुरुआत के बाद Hardik Pandya और Suryakumar Yadav ने भी 48-48 रन बनाए। इसके चलते मुंबई इंडियंस (MI)ने 217 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया।
वहीं राजस्थान रॉयल्स (RR)की टीम पावरप्ले के भीतर ही बिखर गई, और आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी।
फैंस बोले: “नियम सबके लिए बराबर हों!
फैंस का मानना है कि अगर DRS लेने का समय खत्म हो गया था, तो अंपायर को थर्ड अंपायर को रेफर नहीं करना चाहिए था।
हालांकि, कुछ ने Rohit Sharma की सूझबूझ और अनुभव को इस फैसले के पीछे की चालाकी बताया।
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FAQs: रोहित शर्मा के DRS विवाद पर पूछे गए सवाल
Q1: क्या रोहित शर्मा ने DRS टाइमर के बाद रिव्यू लिया था?
हाँ, उन्होंने आखिरी सेकंड में इशारा किया जब तक DRS टाइमर खत्म हो चुका था, लेकिन अंपायर ने इसे मान लिया।
Q2: क्या थर्ड अंपायर ने रोहित को नॉट आउट करार दिया?
जी हां, थर्ड अंपायर ने पाया कि गेंद लेग स्टंप से बाहर जा रही थी, इसलिए उन्हें नॉट आउट दिया गया।
Q3: क्या DRS का समय खत्म होने के बाद भी अपील स्वीकार की जा सकती है?
आम तौर पर नहीं, लेकिन अंपायर की अनुमति और परिस्थितियों के अनुसार अपवाद हो सकते हैं, जो इस मामले में हुआ।
Q4: क्या यह निर्णय नियमों के खिलाफ था?
इस पर बहस जारी है। कुछ इसे नियम विरुद्ध मानते हैं, तो कुछ अंपायर की अनुमति के तहत उचित मानते हैं।